श्री रामदत्तगुरु चरित्र.....Http://ramdattaguru.org
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नमन  अष्टक

औदूंबरा  तळवटी  नरसिंह  योगी 
कृष्णातटी  परम  शांत  सुखास  भोगी
ध्यानस्थ  होऊनि  समस्त  चरित्र  पाहे
अनन्य  जो  शरण  इच्छित  देत  आहे  ॥
जे  जे  इच्छिले  भक्तजनी  लाभती  श्री  गुरूदर्शनी  ।
श्रीगुरू  राहती  जया  स्थानी  कामधेनू  असे  जाणा  ॥
श्रीरामा  करूणाघना  गुणनिधे  नारायणा  नंदना  ।
त्रयमूर्ति  सगुणा  सरस्वती  सुता  कुळकर्णी  कुलोत्तमा  ॥
नांदे  भाग्यवती  सती  पतिव्रता  दत्तकृपा  भुवनी  ।
भक्तप्रिय  दिगंबरा  अवधूता  शरण  मी  आनंद  हो  दर्शनी  ॥ 
श्रीरामा  तुम्हा  मी  कसे  हो  स्तवावे  । 
श्रीरामा  तुम्हा  मी  कसे  हो  नमावे  । 
श्रीरामा  तुम्हावीण  ना  कोणी  आता  ।
नमस्कार  साष्टांग  श्रीरामदत्ता  ॥1॥ 
श्रीराम  श्रीराम  वाचे  वदावे  ।
श्रीराम  श्रीराम  भजनी  रमावे  । 
श्रीराम  श्रीराम  ध्यानात  गुंतता  ।
नमस्कार  साष्टांग  श्रीरामदत्ता  ॥2॥
श्रीराम  त्रयमुर्ति  नयनी  बघावी  । 
श्रीराम  त्रयमुर्ति  ह्दयी  ठसावी  । 
श्रीराम  श्रीराम  आळवू  अनंता  ।
नमस्कार  साष्टांग  श्रीरामदत्ता  ॥3॥
श्रीराम  अवनी  अवतार  झाला  ।
वर्णू  कशी  मी  गुरूगुणलीला  ।
चतुर्थावतारी  धरी  गुप्तरूपा  ।
नमस्कार  साष्टांग  श्रीरामदत्ता  ॥4॥
श्रीराम  त्रयमूर्ति  अवधूत  दत्ता  ।
श्रीराम  चरणीच  जीवनमुक्ति  आता  ।
श्रीराम  सेवेस  हा  देह  आता  ।
नमस्कार  साष्टांग  श्रीरामदत्ता  ॥5॥

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